मोदी ब्रांड के दम पर हम दिल्ली तो क्या कोई भी बाजी जीत सकते हैं : रमेश चंद्र तोमर

 


मोदी ब्रांड के दम पर हम दिल्ली तो क्या कोई भी बाजी जीत सकते हैं : रमेश चंद्र तोमर


दिल्ली चुनाव के लिए भाजपा नेतृत्व द्वारा बनाई गई प्रभारियों की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है। पार्टी दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर जनकल्याण के मामले में झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए मोदी ब्रांड को चुनाव में भुनाने की रणनीति पर काम कर रही है।


पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद रमेश चंद्र तोमर का कहना है कि जिस तरह का माहौल बना है उसे देखते हुए भाजपा की विधानसभा चुनाव में जीत तय है। संकेत के मुताबिक, चुनाव में नागरिकता कानून भी मुद्दा बनना तय माना जा रहा है। चार बार सांसद रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉक्टर रमेश चंद्र तोमर ने मुस्तफाबाद विधानसभा के प्रभारी बनने के बाद क्षेत्र का दौरा करते हुए कार्यकर्ताओं से कहा कि इतना सक्षम केंद्रीय नेतृत्व हमारे पास है कि हम कोई भी बाजी जीत सकते हैं।


उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता जान चुकी है कि मोदी सरकार कोई भी बड़ा और कड़ा फैसला राष्ट्रहित में ले सकती है। लोगों का समर्थन पार्टी के साथ है। बस केंद्रीय नेतृत्व की एक ही मंशा है कि सब मिलकर काम करें और बूथ-बूथ तक हमारे लोग मुस्तैदी से अपना एजेंडा लेकर पहुंचें। मोदी जी का नाम और भरोसा पैदा करने वाला काम ही दिल्ली में इस बार सरकार बनाने का इनाम देगा। कई अन्य प्रभारियों ने अलग-अलग इलाको में यही संदेश पहुंचाया है। पूर्व सांसद ने विधायक जगदीश प्रधान के कार्यालय पर सभी कार्यकर्ताओं की बैठक ली l  


पूर्व सांसद तोमर ने कहा कि नेतृत्व का एक ही संदेश है कि सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को दिल्ली मे होने वाले चुनाव में एकजुट होकर काम करने के लिए जुट जाना है। तोमर ने मुस्तफाबाद विधानसभा सीट के बारे में बताते हुए कहा कि जब 2015 में चुनाव हुए थे तब पूरी दिल्ली में भाजपा के तीन विधायक जीते थे उनमें से जगदीश प्रधान मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से अच्छे मतों से जीतकर विधायक बने थे। तोमर ने स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं से बात करके स्थानीय विधायक के बारे में फीडबैक भी लिया। बुधवार नव वर्ष के उपलक्ष्य में मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र आरडब्ल्यू के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। आज की बैठक में विधायक जगदीश प्रधान, मंडल अध्यक्ष शिव विहार चंद्रभान, रवि भाटी प्रदेश मंत्री, दीपक ठाकुर, राकेश शर्मा प्रधान, सतीश शर्मा आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।